हालांकि, कुछ मामलों में, पाइल्स की उपस्थिति और गंभीरता की पुष्टि करने के लिए निम्नलिखित अतिरिक्त परीक्षणों की भी सिफारिश की जा सकती है।
किशमिश की सहायता से भी आप पाइल्स का घरेलू उपचार कर सकतें हैं। किशमिश का जूस बनाकर पिया जाये तो यह भी बवासीर में बहुत फ़ायदेमंद होता है। किशमिश की कुछ मात्रा लेकर उसे पूरी रात पानी में भिगोकर रखें और सुबह इस पानी में ही किशमिश को पीसकर पीने से बवासीर से राहत मिलती है।
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एलोवेरा जेल अथवा डॉक्टर से सुझाई गई दवा का उपयोग करें।
इस घरेलू उपचार के लिए आपको चाहिए की कड़वी तोरई का रस निकालकर उसमे थोड़ी हल्दी और नीम का तेल मिलाकर लेप बना लीजिये और प्रतिदिन पाइल्स के मस्सों पर लगाइये ऐसा करने से पाइल्स के मस्से जड़से खतम हो जाते हैं।
आहार में ताजे फल और सब्जियां शामिल करें
फाइबर युक्त आहार, भरपूर पानी, मल त्याग के बाद सफाई, और तनाव कम करना उपचार के आवश्यक भाग हैं।
डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली औषधि, लेप या आवश्यकता होने पर शल्य चिकित्सा भी प्रभावी समाधान है।
पाइल्स को अपने ऊपर हावी न होने दें! इसके लक्षणों को जानें और उचित उपचार और रोकथाम से नियंत्रण करें। सही ज्ञान और देखभाल के साथ, आप बवासीर की परेशानी से मुक्त होकर एक आरामदायक और आत्मविश्वास से भरा जीवन जी सकते हैं।
तनाव कम करें: प्राणायाम और ध्यान का website अभ्यास करें।
सामान्य तौर पर, पढ़ने सहित, कमोड पर अत्यधिक समय व्यतीत करने को हतोत्साहित किया जाना चाहिए।
वजन उठाना: भारी वजन उठाने से भी गुदा की नसों पर दबाव बढ़ सकता है।
बवासीर के लक्षणों से राहत दिलाने के लिए कई दवाएं उपलब्ध हैं। बिना पर्ची के मिलने वाली दवाएं, क्रीम और मलहम बवासीर के लिए उपयोग किए जाने वाले कुछ उपचार हैं। बवासीर की गंभीरता के आधार पर, प्रोक्टोलॉजिस्ट निम्नलिखित लिखेंगे:
आयुर्वेद के अनुसार, बवासीर को दो मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है: